हरिचांद गुरुचांद धर्म मंदिर में प्रतिवर्ष महावारूणी स्नान महोत्सव पर लगने वाला मेला अब प्रशासन की देखरेख में संपन्न होगा। श्री मतुआ समुदाय की अटूट आस्था का केंद्र, जहां प्रतिवर्ष लाखों मतुआ भक्त-अनुयायी आते है।
आपको बताते चले कि मंदिर समिति के दो पक्षों में वर्चस्व को लेकर कोर्ट में चल रहे विवाद के बीच प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। गदरपुर के नायब तहसीलदार आयोजन समिति के अध्यक्ष होंगे। आयोजन के लिए प्रशासन और समिति के दोनों पक्षों के लोगों को लेकर 12 सदस्यीय आयोजन समिति का गठन किया गया है।
आपको बता दें कि महावरूनी महोत्सव का आयोजन 18 से 20 मार्च तक होगा। एसडीएम ने महोत्सव को सफलता पूर्वक विवाद रहित संचालन के लिए दानपात्र, कैश काउंटर को आयोजन समिति की अभिरक्षा में लेने के निर्देश जारी किए हैं। 14 मार्च को आयोजन के स्वरूप को लेकर कमेटी के सदस्यों की बैठक होगी, जिसमें आयोजन की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा।
मंदिर समिति, दिवंगत आचार्य गोपाल महाराज के शिष्य विवेकानंद महाराज और उनके साथियों के बीच वर्चस्व को लेकर विवाद चल रहा है। यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। वर्तमान में एक पक्ष ने अंतरिम निर्णय तक मंदिर परिसर मेंi किसी प्रकार की आयोजन पर स्टे लिया है। अब प्रशासन ने अपनी देखरेख में महोत्सव आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए एसडीएम प्रत्यूष कुमार ने नायब तहसीलदार देवेंद्र सिंह बिष्ट के नेतृत्व में आयोजन समिति का गठन कर दिया है।
शुक्रवार शाम को नगर पंचायत कार्यालय में मंदिर समिति के दोनों पक्षों को लेकर आयोजित बैठक में प्रशासन ने एसडीएम के निर्णय की जानकारी दी। नायब तहसीलदार देवेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि उनके नेतृत्व में गठित आयोजन समिति में थानाध्यक्ष दिनेशपुर, ईओ नपं. दिनेशपुर, कर निरीक्षक, लेखा अधिकारी, राजस्व निरीक्षक दिनेशपुर क्षेत्र, उप राजस्व निरीक्षक मौजा चंदायन, मंदिर समिति के एक पक्ष के सुधीर कुमार राय व उनके दो नामित प्रतिनिधि, दूसरे पक्ष के विवेकानंद राय व उनके एक नामित प्रतिनिधि को शामिल किया गया है।
-प्रकाश अधिकारी